सरकार जीएसटी यानि माल एवं सेवा कर 2017 संसोधन विधेयक विधानसभा में पास कराने के लिए एड़ी चोटी एक करने के मूड में है, वहीं विपक्ष सरकार की सारी कवायद पर पानी फेरने के तेवर दिखा रहा. ऐसे में गुरुवार को होने वाला विधानसभा का सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं.
क्या है मामला
गुरुवार को जीएसटी यानि माल एवं सेवा कर 2017 संसोधन विधेयक पर झारखंड विधानसभा में विशेष सत्र का आयोजन किया गया है. लगभग 150 पन्ने और 20 चैप्टर वाले इस विधेयक पर सत्ता पक्ष चर्चा कराने की कोशिश में रहेगी. मंगलवार रात विधानसभा सचिवालय द्वारा सभी विधायकों को जीएसडी बिल की कॉपी भेज दी गयी है. लेकिन सूबे की राजनीति की जो तस्वीर दिख रही है, उसमें चर्चा नहीं बल्कि हम हंगामे के ही आसार नजर आ रहे.
हंगामे का यह मुख्य कारण
दरअसल पिछले दिनों लिट्टीपाड़ा उपचुनाव के नतीजों के बाद सीएम रघुवर दास ने जेएमए सुप्रीमो शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन पर जुबानी वार किया था. इसके बाद से ही जेवीएम आक्रामक मूड में है. माफी से कम कुछ नहीं के तर्ज पर खड़ा जेवीएम सत्र को लेकर अपनी रणनीति भी गुरुवार को ही सुबह बनाएगा. वहीं एनडीए विधायक दल के विधायकों की बैठक बुधवार की शाम मुख्यमंत्री रघुवर दास के आवास पर बुलाइ गई है.
यह होगा असर
पूरे देश में जीएसटी एक जुलाई से लागू होना है. जीएसटी लागू होने के बाद झारखंड में लगने वाले में पांच अलग अलग टैक्स वैट, झारखण्ड मनोरंजन कर अधिनियम 2012, झारखण्ड होटल विलास वास्तु कराधान अधिनियम 2011, और झारखण्ड विज्ञापन कर अधिनियम 2012 समेत कुल पांच टैक्स समाप्त हो जाएंगे.
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